Mandukasana in Hindi:- आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ और फिट रखना कितना ज्यादा आवश्यक है। दिन प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण, बदलते मौसम और खानपान के बदलाव के कारण कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही है, जो शरीर को काफी हद तक प्रभावित करती है।
ऐसे में इन सभी समस्याओं से निजात पाना और खुद को स्वस्थ रखना बेहद मुश्किल हो गया है। यह असंभव कार्य उन लोगों के लिए सबसे कठिन है जो योगासन नहीं करते हैं और जो योगासन करते हैं उन लोगों के लिए आसान।
योगासन ही इन सभी समस्याओं का हल है । योगासन में कई आसन आते हैं, लेकिन जिस आसन की आज हम बात करने वाले हैं वह मंडूकासन।
मंडुकासन का प्रयोग खासतौर पर पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। यह आसन पेट को स्वस्थ रखने और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह आसन किडनी, लीवर और आंतों की परेशानी से भी छुटकारा दिलाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि मंडुकासन की विधि क्या है, ज्यादा मत सोचिए, मंडुकासन क्या है, मंडुकासन करने की विधि, मंडुकासन के फायदे और इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में हमने नीचे बताया है।
आप बस जाकर देखिए, आपको mandukasana yoga in hindi से संबंधित सभी जानकारियां मिल जाएंगी।
तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं मंडूकासन इन हिंदी – mandukasana by baba ramdev in hindi
मंडूकासन के बारे में बताएं – What is Mandukasana in Hindi
मंडूकासन को अंग्रेजी भाषा में Frog Pose भी कहते हैं। यह शब्द संस्कृत भाषा के मंडूक शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है “मेंढक”
दरअसल मंडूकासन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है मंडूक + आसन।
मंडूक शब्द का अर्थ होता है “मेंढक” और आसन शब्द का अर्थ होता है “मुद्रा” यानी इस आसन को करते समय मनुष्य की आकृति एक मेंढक के समान दिखाई देने लगती है, इसलिए इस आसन का नाम mandukasan रखा गया।
यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने, belly fat को कम करने तथा अपच की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
यह आसन डायबिटीज के रोगियों और पेट से जुड़ी कई समस्याओं से परेशान व्यक्तियों के लिए बहुत ही फायदेमंद अभ्यास है।
हमने आगे इस लेख में मंडूकासन करने की विधि और मंडूकासन के लाभ भी बताएं हैं उन्हें पढ़ना न भूलें।
आइए अब जानते हैं मंडूकासन की विधि – Mandukasana karne ki vidhi
मंडूकासन करने का तरीका – Mandukasana steps in hindi
इस आसन का ज्यादा लाभ उठाने के लिए आपको नीचे दी हुई हर एक स्टेप्स को ध्यान में रखकर ही आसन को करना है। हमने नीचे बड़े ही आसान शब्दों में mandukasana pose in hindi के बारे में बताया है, जिन्हें पढ़कर आप आसानी से मंडूकासन योग करना सीख सकते हैं।
तो चलिए बिना समय बर्बाद किए जानते हैं मंडूकासन कैसे किया जाता है – How to do mandukasana in hindi
किसी भी आसन को करने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आप किस स्थान पर योगासन कर रहे हैं। क्योंकि इसे देखकर हम योग की प्रारंभिक अवस्था बता सकते हैं।
यकीन मानिए आप आप एक ऐसी जगह चुने जहां शांति, शुद्ध वायु और जहाँ आप सहज महसूस करें वहां पर इस योगासन का अभ्यास करना चाहिए।
क्योंकि जहां शांति, शुद्ध हवा और जहां आप सहज महसूस करते हैं, वही योग की प्रारंभिक अवस्था है।
मंडूकासन कैसे करें :-
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यह आसन करने के लिए सबसे पहले खुले वातावरण का चयन करें, फिर वज्रासन की मुद्रा में बैठे जाएं।
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शांति पूर्वक बैठकर अपने हाथों की मुट्ठी बंद करें, ध्यान रखें मुट्ठी इस प्रकार बंद हो कि अंगूठे बाहर की तरफ हो।
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अब अपनी दोनों मुट्ठी को नाभि की तरफ लाएं।
- नाभी की तरफ लाने के बाद मुट्ठी से नाभि को दबाएं, ध्यान रखें ऐसे दबाएं कि आपका अंगूठा नाभि भी को टच करें और मुट्ठी का निचला हिस्सा सामने की तरफ हो।
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अब सास को छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचे।
- इसके बाद धीरे-धीरे आगे की तरफ झुके, इस बात का ध्यान रखें कि आगे झुकते हुए आपकी छाती आपकी ताई को टच करें।
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इतना करने के बाद अब अपनी गर्दन और सर को उठाएं और सामने की तरफ देखें जैसा कि ऊपर इमेज में बताया गया है।
- इस स्थिति में धीरे-धीरे सांस लें और धीरे-धीरे सांस को छोड़े।
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जब तक आप इस आसन में बने रह सकते हैं तब तक इस आसन में बने रहे।
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जब आप थक जाएं, साँस धीमी करें और वापस अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाए।
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शुरुआती समय में इस आसन को लगभग 4 से 5 बार करें।
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बाबा रामदेव के द्वारा मंडूकासन योग करना सीखें – mandukasana by baba ramdev in hindi
मंडूकासन के फायदे – Mandukasana Benefits in Hindi
यह आसन हमें बहुत सारे फायदे देता है। योग शास्त्रियों द्वारा यह भी प्रमाणित किया जा चुका है कि मंडूकासन शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक लाभ भी पहुंचाता है।
इसके इतने सारे फायदों को देख कर ही हमने यह mandukasana ke fayde in hindi का लेख लिखा है। यह आसन खासतौर पर पेट से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
इस आसन को सुबह खाली पेट जरूर करना चाहिए।
चलो अब जानते हैं मंडूकासन के लाभ – Mandukasana ke labh in hindi
पेट की चर्बी को कम करता है (Reduce Belly Fat)
यह आसन पेट की चर्बी को कम करने में सहायक है। अगर आप अपने बढ़ते वजन या मोटापे से परेशान है तो एक बार मंडूकासन करके देखिए, आपको फर्क नजर आ जाएगा।
यह आसन वजन को नियंत्रित कर तथा पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है। एक शोध से पाया गया है कि मंडूकासन पेट की चर्बी को कम करने का सबसे आसान इलाज है।
तनाव से राहत दिलाता है (Gives relief from stress)
यह आसन तनाव को दूर कर, दिमाग को शांत करने में सहायता करता है। अगर आपको तनाव ,अवसाद, चिंता, सिर दर्द इत्यादि बीमारियां रहती है तो एक बार इस आसन को जरूर करें।
दरअसल यह आसन सभी बीमारी से छुटकारा दिलाने और दिमाग को शांत करने में मदद करता है।
पाचन तंत्र को बनाता है मजबूत (Makes Digestive System Strong)
यह आसन पेट से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। दरअसल mandukasana yoga पेट की मांसपेशियों व उसके अंगों का व्यायाम है, जो पाचन तंत्र एवं उत्सर्जन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने तथा उसे सही प्रकार से कार्य करने में मदद करता है।
यह पेट से जुड़े रोग जैसे – कब्ज, गैस, एसिडिटी,अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है और एक मौजूद पाचन तंत्र का निर्माण करता है।
डायबिटीज के रोगियों के लिए है फायदेमंद (Beneficial in Diabetes)
यह आसन डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल यह आसन पेनक्रियाज (Pancreas) से इंसुलिन (Insulin) के सराव में मदद करता है, जिससे डायबिटीज के रोगियों के लिए कुछ हद तक इसे कम करने में मदद मिलती है।
लीवर के लिए फायदेमंद है मंडूकासन (Mandukasana is Beneficial for Liver)
इस आसन के निरंतर और नियमित अभ्यास से लीवर मजबूत बनता है और इससे होने वाली सभी समस्याएं दूर रहती है।
देखा गया है कि बहुत से लोगों का लीवर कमजोर होता है और उन्हें इस से होने वाली बीमारियों का खतरा बना रहता है। ऐसे में यह आसन लीवर को मजबूत बनाता है और साथ ही इससे होने वाली बीमारियों को भी दूर रखता है।
गैस और जलन में मंडूकासन के लाभ (Benefits of Mandukasana in Gas and Burns)
यह आसन पेट में गैस, कब्ज, अपच, जलन आदि सभी समस्याओं से निजात दिलाता है। हमने पहले भी कहा है कि यह पेट से संबंधित व्यायाम है इसलिए यह पेट से संबंधित सभी समस्याओं को दूर करता है।
अगर आप कब्ज, गैस, अपच, जलन आदि बीमारियों से परेशान है तो एक बार यह आसन करके देखिए, आपको रिजल्ट मिल जाएगा।
मंडूकासन के अन्य फायदे – Benefits of Mandukasana in Hindi
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यह आसन पैरों, घुटनों और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है।
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यह आसन पेट की मांसपेशियों में खिंचाव लाकर उन्हें मजबूत बनाता है।
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जांघो, पैरों और पेट की मांसपेशियों को लचीला बनाता है।
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यह आसन मासिक धर्म की समस्या से परेशान महिलाओं के लिए लाभकारी है।
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यह आसन छाती और कंधे की मांसपेशियों के लिए भी लाभदायक है।
मंडूकासन करते समय बरतें ये सावधानियां – Precautions for Mandukasana in Hindi
इस आसन का सही तरीके से लाभ उठाने के लिए इससे जुड़ी सावधानियों का पालन करना बहुत जरूरी है। अगर आप इस आसन को करते समय सावधानी नहीं बरतेंगे तो आप इसका ठीक से फायदा नहीं उठा पाएंगे।
तो आइए जानते हैं मंडुकासन करते समय लोगों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
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अगर आप कमर दर्द से पीड़ित हैं और सामान्य तौर पर यह बीमारी है तो इस आसन को करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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जिन लोगों के घुटने, टखने में चोट लगी है, तो उन लोगों को इस आसन से बचना चाहिए।
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गर्भवती महिला इस आसन से बचे।
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अगर आपकी किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई है तो इस आसन को करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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अल्सर से पीड़ित लोगों को यह सब नहीं करना चाहिए।
मंडूकासन कब करना चाहिए – Right time to do Mandukasana Yoga in Hindi
योगियों के अनुसार मंडुकासन करने का सही समय सुबह का होता है। क्योंकि सुबह हमारा पेट खाली रहता है।
और विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस आसन को सुबह खाली पेट करना चाहिए।
अगर आप इस आसन को सुबह नहीं कर पा रहे हैं तो शाम को करें, बस इस बात का ध्यान रखें कि इस आसन को करने के तीन से चार घंटे पहले कुछ भी न खाएं।
निष्कर्ष – Conclusion
उम्मीद है कि आपको यह mandukasana steps and benefits in hindi का लेख पसंद आया होगा। अगर आप को भी इस आसन के बारे में कुछ सुझाव या टिप्स देनी है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
और अगर आपके परिवार वाले में से कोई Frog Pose in Hindi से संबंधित कोई जानकारी हासिल करना चाहता है तो आप उन्हें हमारा लिखा हुआ या लेख भेज सकते हैं।
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